Sunday, May 31, 2009

दर्द

दर्द ही जीवन है ,दर्द ने आकर ले लिया -

दर्द जब दर्द से मिला -दर्द साकार हो गया,

जब तक दर्द है जीवन ज़िन्दगी है-

ख़त्म हो जाए दर्द तो मौत से बदतर ज़िन्दगी है ,

मौत आजाये तो तन दर्द से महरूम हो जाता है -

श्वास के रहने पर ही मानव दर्द महसूस कर पाता है

कौन कहता है अभाव में भाव नही होता -

पर उसे बयाँ करने का अंदाज़ जुदा होता है ,

अभाव एक मेहमान बनकर आए तो कदाचित स्वागत करे -

पर जीवन भर अभावों को निभाना मुश्किल होता है

4 Comments:

At June 14, 2009 at 10:38 AM , Blogger श्यामल सुमन said...

बहुत खूब। जीवन का सकारात्मक पहलू। कहते हैं कि -

दर्द के टीस को संगीत समझ लेते हैं।
मेरी हर हार को जीत समझ लेते हैं।।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail

 
At June 14, 2009 at 11:37 AM , Blogger रंजन (Ranjan) said...

बहुत खुब!!

 
At June 14, 2009 at 2:02 PM , Blogger परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया!!

कौन कहता है अभाव में भाव नही होता -

पर उसे बयाँ करने का अंदाज़ जुदा होता है ,

 
At June 14, 2009 at 2:17 PM , Blogger ओम आर्य said...

सही है दर्द के बिना जीवन सम्भव नही है.

 

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